भारतीय डाक विभाग (India Post) ने ग्रामीण डाक सेवक (GDS) की भर्ती प्रक्रिया में चौथी मेरिट लिस्ट जारी करने का निर्णय लिया है। इस भर्ती की प्रक्रिया पिछले कुछ महीनों से चल रही है और पहले तीन मेरिट लिस्टों के बाद अब चौथी मेरिट लिस्ट के लिए भी उम्मीदवारों में उत्सुकता बढ़ गई है। इस लेख में हम जीडीएस चौथी मेरिट लिस्ट, इसके महत्व, प्रक्रिया और उम्मीदवारों को क्या करना होगा, इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
GDS 4th Merit List
ग्रामीण डाक सेवक की भर्ती भारतीय डाक विभाग द्वारा विभिन्न राज्यों में आयोजित की जाती है। इस भर्ती के अंतर्गत विभिन्न स्तरों पर डाक सेवकों की आवश्यकता होती है। जीडीएस पद के लिए योग्य उम्मीदवारों की पहचान के लिए मेरिट लिस्ट का सहारा लिया जाता है। अब तक तीन मेरिट लिस्ट जारी की जा चुकी हैं, लेकिन अभी भी कुछ पद खाली हैं, जिसके कारण चौथी मेरिट लिस्ट की आवश्यकता महसूस हुई।
चौथी मेरिट लिस्ट का महत्व
चौथी मेरिट लिस्ट उन उम्मीदवारों के लिए एक और मौका प्रदान करती है जिनका नाम पिछले तीन मेरिट लिस्टों में नहीं आया था। खासकर उन उम्मीदवारों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जिनके अंक कम होने के बावजूद उन्हें नौकरी प्राप्त करने की उम्मीद है।
इस बार की मेरिट लिस्ट में कट ऑफ स्तर पिछले तीन लिस्टों की तुलना में कम रहने की संभावना है। इससे उन छात्रों को लाभ मिलेगा जो पहले चयनित नहीं हो सके थे। चौथी मेरिट लिस्ट के माध्यम से वे अपने सपनों की सरकारी नौकरी हासिल कर सकते हैं।
जीडीएस भर्ती का शेड्यूल
- मुख्य नोटिफिकेशन जारी: 15 जुलाई 2024
- आवेदन प्रक्रिया: 15 जुलाई 2024 से शुरू हो कर 5 अगस्त 2024 तक
- आवेदन सुधार की अवधि: 6 से 8 अगस्त 2024
- पहली मेरिट लिस्ट: 19 अगस्त 2024
- दूसरी मेरिट लिस्ट: 19 सितंबर 2024
- तीसरी मेरिट लिस्ट: 19 अक्टूबर 2024
- चौथी मेरिट लिस्ट: 15 से 20 नवंबर 2024 के बीच जारी होने की उम्मीद है।
चौथी मेरिट लिस्ट कैसे देखें?
- सबसे पहले GDS की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर ‘मेरिट लिस्ट’ का लिंक होगा, उस पर क्लिक करें।
- अब अपने राज्य का चयन करें।
- राज्य की मेरिट लिस्ट का पीडीएफ डाउनलोड करें।
- डाउनलोड की गई लिस्ट में सर्च बार में अपना पंजीकरण नंबर डालकर अपनी स्थिति चेक करें।
कट ऑफ मार्क्स
- जनरल: 85-95
- EWS: 84-91
- OBC: 80-88
- SC: 80-87
- ST: 79-84
- PWD: 69-78
ये कट ऑफ मार्क्स पिछले मेरिट लिस्ट की तुलना में कम होने की संभावना है, जिससे अधिक छात्रों को चयनित होने का अवसर मिलेगा।