भारत सरकार ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक बार फिर बड़ी राहत दी है। ई श्रम कार्ड धारकों के लिए 1000 रुपए की नई क़िस्त जारी की गई है। यह खबर उन लाखों मजदूरों के लिए खुशी लाई है, जो इस योजना से जुड़े हैं। सरकार का मकसद है कि गरीब और मेहनतकश लोगों को आर्थिक मदद मिले। इस क़िस्त से श्रमिकों का जीवन थोड़ा आसान होगा।
ई श्रम कार्ड क्या है?
ई श्रम कार्ड भारत सरकार की एक खास योजना है। यह असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए बनाई गई है। जैसे कि रेहड़ी-पटरी वाले, निर्माण मजदूर, घरेलू कामगार और खेतिहर मजदूर। इस कार्ड से श्रमिकों को कई सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है। इसमें पेंशन, बीमा और आर्थिक मदद शामिल है। सरकार ने 2021 में इस योजना को शुरू किया था। तब से करोड़ों मजदूर इससे जुड़ चुके हैं।
नई क़िस्त की जानकारी
ताजा जानकारी के अनुसार, अप्रैल 2025 की क़िस्त जारी हो चुकी है। यह 1000 रुपए की राशि सीधे श्रमिकों के बैंक खाते में आएगी। यह पैसा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए भेजा जाता है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि पैसे सही व्यक्ति तक पहुंचे। इसके लिए आधार और मोबाइल नंबर लिंक होना जरूरी है। जिनका खाता आधार से जुड़ा है, उन्हें जल्दी पेमेंट मिलेगा।
पेमेंट कैसे चेक करें?
श्रमिक अपने पेमेंट की स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इसके लिए ई श्रम पोर्टल (eshram.gov.in) पर जाना होगा। वहां ‘पेमेंट स्टेटस’ का विकल्प चुनें। फिर अपना यूएएन नंबर या आधार नंबर डालें। इसके बाद ओटीपी आएगा। ओटीपी डालते ही पेमेंट की जानकारी स्क्रीन पर दिखेगी। अगर कोई समस्या हो, तो नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से मदद लें। बैंक शाखा में भी खाते की जानकारी चेक की जा सकती है।
किन्हें मिलेगा लाभ?
यह क़िस्त सिर्फ उन श्रमिकों को मिलेगी, जिनका ई श्रम कार्ड बना है। इसके लिए उम्र 16 से 59 साल होनी चाहिए। साथ ही, श्रमिक को आयकर दाता नहीं होना चाहिए। जिनका मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है, उन्हें जल्दी यह काम करना चाहिए। सरकार ने यह भी कहा है कि गिग वर्कर्स को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा। इससे डिलीवरी ब्वॉय और ऑनलाइन सर्विस देने वाले मजदूरों को फायदा होगा।
योजना के अन्य फायदे
ई श्रम कार्ड सिर्फ पेमेंट तक सीमित नहीं है। यह कार्ड धारकों को 3000 रुपए मासिक पेंशन देता है, जब उनकी उम्र 60 साल हो जाएगी। इसके लिए पीएम-एसवाईएम योजना में रजिस्टर करना होगा। साथ ही, 2 लाख रुपए का मृत्यु बीमा और 1 लाख रुपए की आंशिक अक्षमता सहायता भी मिलती है। अगर कार्डधारक की मृत्यु हो जाए, तो उनके जीवनसाथी को लाभ मिलेगा। यह योजना मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा का बड़ा साधन है।