भारत में बेटियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। इनमें सुकन्या समृद्धि योजना बहुत खास है। यह योजना बेटियों की पढ़ाई और शादी के लिए पैसे जोड़ने में मदद करती है। अब इस योजना में हर महीने 250 या 500 रुपये जमा करके 74 लाख रुपये तक पा सकते हैं। अच्छी खबर यह है कि ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गया है। घर बैठे ही आप अपनी बेटी के लिए यह योजना शुरू कर सकते हैं। आइए, इसे विस्तार से समझते हैं।
योजना क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक बचत योजना है। इसे 2015 में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू किया गया। इसका मकसद बेटियों के लिए पैसा जोड़ना है। इसमें हर साल कम से कम 250 रुपये जमा करने होते हैं। अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक सालाना जमा कर सकते हैं। यह खाता 21 साल तक चलता है। इस दौरान जमा राशि पर ब्याज भी मिलता है। अभी ब्याज दर 8.2% है। यह दर हर तिमाही में बदल सकती है।
74 लाख रुपये कैसे मिलेंगे?
अगर आप हर महीने 250 या 500 रुपये जमा करते हैं, तो यह पैसा बढ़ता जाता है। ब्याज के साथ यह राशि 21 साल में बहुत बड़ी हो जाती है। उदाहरण के लिए, अगर आप हर महीने 500 रुपये जमा करें, तो साल में 6000 रुपये होते हैं। इसे 15 साल तक जमा करने पर कुल 90,000 रुपये जमा होंगे। ब्याज के साथ यह राशि 21 साल बाद 74 लाख तक पहुंच सकती है। यह गणना 8.2% ब्याज दर पर आधारित है। कम या ज्यादा जमा करने पर राशि बदल सकती है।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
अब इस योजना में शामिल होना बहुत आसान है। आप घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए पोस्ट ऑफिस या बैंक की वेबसाइट पर जाएं। सबसे पहले सुकन्या समृद्धि योजना का फॉर्म खोजें। फॉर्म में बेटी का नाम, जन्म तारीख, माता-पिता का नाम भरें। इसके बाद आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र अपलोड करें। सारी जानकारी सही-सही भरें। फिर फॉर्म जमा करें। कुछ बैंकों में थोड़ा शुल्क भी देना पड़ सकता है। भुगतान ऑनलाइन करना होगा। इसके बाद आपको एक नंबर मिलेगा। इसे संभाल कर रखें।
जरूरी दस्तावेज
आवेदन के लिए कुछ दस्तावेज चाहिए। बेटी का जन्म प्रमाण पत्र जरूरी है। माता-पिता का आधार कार्ड भी देना होगा। अगर जन्म प्रमाण पत्र नहीं है, तो कोई दूसरा सबूत चलेगा। जैसे कि स्कूल का प्रमाण पत्र। ये दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करें। फाइल का साइज छोटा रखें। वेबसाइट पर इसके लिए नियम लिखे हैं। उन्हें जरूर पढ़ें।
खाता कैसे काम करता है?
यह खाता बेटी के नाम पर खुलता है। माता-पिता इसे 10 साल की उम्र तक शुरू कर सकते हैं। 15 साल तक इसमें पैसे जमा करने होंगे। इसके बाद 6 साल तक ब्याज मिलता रहेगा। बेटी 18 साल की होने पर आधा पैसा निकाल सकती है। यह पढ़ाई या शादी के लिए इस्तेमाल हो सकता है। 21 साल पूरे होने पर पूरा पैसा मिल जाता है। अगर बेटी की शादी 18 साल बाद होती है, तो खाता पहले बंद हो सकता है।
फायदे क्या हैं?
इस योजना के कई फायदे हैं। पहला, ब्याज दर ज्यादा है। दूसरा, इसमें टैक्स छूट मिलती है। आप 1.5 लाख तक की राशि पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचा सकते हैं। तीसरा, यह सरकार की योजना है। इसलिए पैसा सुरक्षित रहता है। चौथा, यह बेटी के भविष्य के लिए खास है। छोटी राशि से बड़ा फंड बन जाता है।