भारत सरकार ने दिव्यांग और विकलांग विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की है, जिसे “सक्षम स्कॉलरशिप योजना” कहा जाता है। यह योजना विशेष रूप से उन विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं। इस योजना के तहत, योग्य विद्यार्थियों को प्रति वर्ष ₹50,000 तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी, जिससे वे अपनी शिक्षा में सहूलियत से आगे बढ़ सकेंगे।
सक्षम स्कॉलरशिप योजना का उद्देश्य
सक्षम स्कॉलरशिप योजना का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, विशेष रूप से विकलांग और दिव्यांग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यह योजना शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इन विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने में सहायक होगी।
स्कॉलरशिप की राशि और लाभ
सक्षम स्कॉलरशिप योजना के तहत, हर वर्ष योग्य विद्यार्थियों को ₹50,000 तक की छात्रवृत्ति दी जाएगी। यह राशि विद्यार्थियों को उनके अध्ययन में सहूलियत देने के लिए प्रदान की जाएगी। इसका उपयोग वे अपनी कॉलेज फीस, पुस्तकें, स्टेशनरी, कंप्यूटर और सॉफ़्टवेयर खरीदने के लिए कर सकते हैं। यह स्कॉलरशिप उन विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी मदद साबित होगी, जो अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक रूप से परेशान होते हैं।
सक्षम स्कॉलरशिप योजना आवेदन प्रक्रिया
सक्षम स्कॉलरशिप योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन मोड के माध्यम से किया जा सकता है। इसके लिए विद्यार्थियों को राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (National Scholarship Portal) पर जाकर आवेदन फॉर्म भरना होगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए विद्यार्थियों को पहले आवेदन करना होगा और फिर अगले वर्ष में इसके नवीकरण के लिए भी ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
सक्षम स्कॉलरशिप योजना के पात्र विद्यार्थी
इस योजना का लाभ केवल दिव्यांग विद्यार्थियों को मिलेगा। विशेष रूप से, जिन विद्यार्थियों के पास विकलांगता प्रमाणपत्र है, वे इस योजना के लिए पात्र माने जाएंगे। इस योजना के तहत, विद्यार्थी प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने पर अधिकतम चार वर्षों तक और द्वितीय वर्ष में प्रवेश लेने पर अधिकतम तीन वर्षों तक स्कॉलरशिप प्राप्त कर सकते हैं।
सक्षम स्कॉलरशिप योजना के लाभ
- आर्थिक सहायता: दिव्यांग विद्यार्थियों को ₹50,000 तक की वार्षिक आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिससे उनकी शिक्षा की लागत कम हो सकेगी।
- उच्च शिक्षा प्राप्ति में सहूलियत: योजना का उद्देश्य दिव्यांग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहूलियत प्रदान करना है।
- आत्मनिर्भरता और प्रोत्साहन: इस योजना के माध्यम से दिव्यांग विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।