सहारा इंडिया के निवेशकों के लिए बड़ी राहत की खबर है। लंबे समय से फंसे हुए धन की वापसी की प्रक्रिया आखिरकार शुरू हो गई है। सरकार द्वारा निवेशकों को उनका पैसा वापस दिलाने के लिए एक विशेष पोर्टल लॉन्च किया गया है। इस पोर्टल के जरिए निवेशक अपने रिफंड के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और 50,000 रुपये तक की राशि प्राप्त कर सकते हैं। पहले 10,000 रुपये तक ही रिफंड मिलता था, लेकिन अब इसमें बढ़ोतरी की गई है।
सहारा इंडिया रिफंड प्रक्रिया की शुरुआत
सहारा इंडिया की फंसी हुई पूंजी के रिफंड की प्रक्रिया 2024 में शुरू हो चुकी है। यह कदम उन निवेशकों के लिए राहत लेकर आया है, जो लंबे समय से अपने धन की वापसी का इंतजार कर रहे थे। सरकार द्वारा इस रिफंड प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया गया है, जिसमें सभी निवेशक अपने रिफंड का स्टेटस चेक कर सकते हैं और अपने धन की वापसी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
रिफंड के लिए योग्यता और प्रक्रिया
सभी निवेशक, जिन्होंने सहारा इंडिया में निवेश किया था और जिनका पैसा फंसा हुआ है, वे इस योजना के तहत अपना पैसा वापस प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें सबसे पहले सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बहुत ही सरल है, जिसमें निवेशक अपने आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और बैंक खाता विवरण के साथ लॉगिन कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन करने के बाद, निवेशकों को 40 से 45 दिनों के भीतर उनका रिफंड प्राप्त होगा। जिन निवेशकों का नाम रिफंड सूची में शामिल है, उन्हें सबसे पहले धन वापस किया जाएगा। इस सूची को निवेशक पोर्टल पर चेक कर सकते हैं।
50,000 रुपये तक का रिफंड
सहारा इंडिया द्वारा निवेशकों को 50,000 रुपये तक का रिफंड दिया जा रहा है। पहले, रिफंड की राशि सिर्फ 10,000 रुपये तक सीमित थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया गया है। इससे निवेशकों को और अधिक लाभ होगा और उनके फंसे हुए धन की वापसी में तेजी आएगी।
रिफंड स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया
निवेशक अपने रिफंड का स्टेटस ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें सहारा इंडिया के आधिकारिक रिफंड पोर्टल पर जाना होगा। पोर्टल पर लॉगिन करने के बाद, निवेशक अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालकर स्टेटस चेक कर सकते हैं। यह स्टेटस निवेशकों को बताएगा कि उनकी रिफंड प्रक्रिया कहां तक पहुंची है और कब उन्हें धन वापस मिलेगा।
रिफंड में देरी का कारण
हालांकि रिफंड प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन कुछ मामलों में देरी हो सकती है। इस देरी का मुख्य कारण दस्तावेजों की कमी, रजिस्ट्रेशन में त्रुटियां, या बैंक खाता विवरण की अद्यतन न होना हो सकता है। निवेशकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके सभी दस्तावेज सही और अपडेटेड हों ताकि उन्हें समय पर रिफंड मिल सके।