Ration Card e-kyc: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत राशन कार्डधारकों के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है। दारौंदा प्रखंड में कुल 1,49,419 लाभुकों में से अभी तक केवल 1,00,690 लाभुकों ने ही अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी की है। बाकी 48,729 लाभुकों पर खतरा मंडरा रहा है। अगर वे 31 दिसंबर तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं करते, तो उनका नाम राशन कार्ड लिस्ट से काट दिया जाएगा और उन्हें आगे सिलेक्शन मिलना बंद हो जाएगा|
Ration Card e-kyc क्यों है जरूरी?
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अमूल्य नलीन ने बताया कि ई-केवाईसी प्रक्रिया के जरिए लाभुकों की बायोमेट्रिक पहचान और आधार कार्ड सत्यापन किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य फर्जी लाभुकों को सिस्टम से बाहर निकालकर वास्तविक और पात्र लोगों तक राशन का लाभ पहुंचाना है।
उन्होंने बताया कि ई-केवाईसी बिल्कुल मुफ्त है और इसके लिए आपको केवल अपना आधार कार्ड लेकर नजदीकी जनसेवा केंद्र या प्रखंड कार्यालय जाना होगा।
क्या होगा अगर ई-केवाईसी नहीं कराई?
- अगर किसी राशन कार्ड पर पांच सदस्यों में से कुछ लोगों ने ई-केवाईसी पूरी कर ली है, तो उनके नाम सुरक्षित रहेंगे।
- जिन सदस्यों ने सत्यापन नहीं कराया है, उनके नाम राशन कार्ड से हटा दिए जाएंगे।
- 31 दिसंबर की डेडलाइन के बाद ई-केवाईसी से वंचित लाभुकों की पात्रता समाप्त कर दी जाएगी, जिससे वे सस्ते राशन के लाभ से वंचित हो सकते हैं।
कैसे कराएं ई-केवाईसी?
- नजदीकी जनसेवा केंद्र या प्रखंड कार्यालय पर जाएं।
- अपना आधार कार्ड और अन्य जरूरी जानकारी साथ रखें।
- बायोमेट्रिक सत्यापन के जरिए ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कराएं।
सरकार की सख्ती और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश
ई-केवाईसी की प्रक्रिया केंद्र सरकार की गाइडलाइंस और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार लागू की जा रही है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि राशन का लाभ पात्र लाभुकों तक ही पहुंचे और फर्जी लाभुकों को सिस्टम से हटाया जा सके।
लाभुकों के लिए सलाह
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने सभी राशन कार्डधारकों से अपील की है कि वे 31 दिसंबर से पहले ई-केवाईसी जरूर करा लें। यह प्रक्रिया आसान, फ्री और बिल्कुल सुरक्षित है। इससे आपका राशन कार्ड बना रहेगा और आपको सस्ते राशन का लाभ मिलता रहेगा। अपनी पात्रता बरकरार रखें, समय रहते ई-केवाईसी पूरी कराएं और बिना किसी परेशानी के राशन का लाभ पाते रहें।