भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना, “राशन आपके द्वार”, गरीब लोगों को घर बैठे राशन प्रदान करने का एक अभिनव प्रयास है। इस योजना के तहत, अब लाभार्थियों को सरकारी राशन की दुकानों पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह पहल मध्य प्रदेश के जनजातीय विकास क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आसानी से राशन उपलब्ध कराना है।
योजना का उद्देश्य
“राशन आपके द्वार” योजना का मुख्य उद्देश्य उन लोगों तक राशन पहुंचाना है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिनके पास राशन लेने के लिए नियमित रूप से राशन की दुकानों तक पहुंचने के साधन नहीं हैं। इस योजना के तहत, सरकार गरीब परिवारों को मुफ्त में अनाज (चावल, गेहूं और मोटा अनाज) प्रदान कर रही है। पहले इन लोगों को राशन की दुकानों तक जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, जिससे उनके लिए यह सुविधा सीमित हो जाती थी। अब, सरकार राशन को सीधे उनके दरवाजे तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है, जिससे गरीब और असहाय लोगों को बड़ा लाभ होगा।
योजना की शुरुआत और पायलट प्रोजेक्ट
यह योजना सबसे पहले मध्य प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है। इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के 89 गांवों में राशन पहुंचाने का काम किया जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के आधार पर, इसे राज्य के सभी क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने इस योजना की घोषणा की, जिसमें उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इस योजना को पूरे राज्य में विस्तारित किया जाएगा।
राशन वितरण की प्रक्रिया
इस योजना के तहत, राशन वितरण के लिए विशेष परिवहन व्यवस्था की जाएगी। सरकार द्वारा नियुक्त कर्मी लाभार्थियों के घरों तक राशन पहुंचाएंगे। इससे बुजुर्ग, विकलांग और अन्य असमर्थ लोग, जिन्हें राशन लेने में कठिनाई होती है, को बड़ी राहत मिलेगी। यह सुविधा विशेष रूप से उन लोगों के लिए बनाई गई है जो सरकारी राशन की दुकानों तक नहीं पहुंच सकते या जिन्हें अंगूठे के निशान जैसी तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
लाभार्थियों के लिए नियम और शर्तें
इस योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थियों को राशन कार्ड धारक होना आवश्यक है। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जिनकी आय कम है और जो सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आते हैं। इस योजना के अंतर्गत, लाभार्थियों को उनके हिस्से का राशन बिना किसी परेशानी के उनके घर पर ही उपलब्ध कराया जाएगा।
दिल्ली में भी योजना का प्रस्ताव
दिल्ली में भी “राशन आपके द्वार” योजना लागू करने की योजना बनाई जा रही है। हालांकि, वहां की सरकार को अभी इस पर केंद्र की स्वीकृति की प्रतीक्षा है। दिल्ली में करीब 72 लाख लोग सरकारी राशन लेने के पात्र हैं, जिनमें से 17 लाख राशन कार्ड धारक हैं। सरकार की इस योजना के तहत, दिल्ली में भी घर-घर राशन पहुंचाने की तैयारी की जा रही है, लेकिन अभी तक इसे पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सका है।
योजना की चुनौतियां
इस योजना के क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियां भी आ सकती हैं। सबसे बड़ी चुनौती परिवहन की है, क्योंकि दूर-दराज के इलाकों में घर-घर राशन पहुंचाना एक कठिन कार्य है। इसके अलावा, योजना की पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त संचालन भी एक बड़ा मुद्दा हो सकता है। सरकार ने इन सभी चुनौतियों से निपटने के लिए डिजिटल तकनीक और मॉनिटरिंग सिस्टम का सहारा लेने का निर्णय लिया है, ताकि राशन वितरण सही तरीके से और बिना किसी हेरफेर के हो सके।
वन नेशन वन राशन कार्ड योजना का लाभ
“राशन आपके द्वार” योजना के साथ-साथ देश में “वन नेशन वन राशन कार्ड” योजना भी चल रही है। इस योजना के तहत, कोई भी व्यक्ति अपने राशन कार्ड से देश के किसी भी राज्य में राशन ले सकता है। इससे उन श्रमिकों, मजदूरों और असंगठित क्षेत्रों में काम करने वालों को फायदा हो रहा है जो एक राज्य से दूसरे राज्य में काम करने के लिए जाते हैं।