प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) 2023 में शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों, हस्तशिल्पियों, और कामगारों को आर्थिक सहायता और कौशल विकास के अवसर प्रदान करना है। यह योजना भारत के हस्तशिल्प और कारीगरी परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए बनाई गई है, ताकि छोटे व्यवसायियों और कामगारों को सशक्त बनाया जा सके।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को आर्थिक और तकनीकी सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपने पारंपरिक व्यवसाय को बढ़ा सकें और देश की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे सकें। इससे विशेष रूप से उन कामगारों को मदद मिलेगी जो वित्तीय चुनौतियों के कारण अपने पारंपरिक शिल्प कार्यों को जारी नहीं रख पा रहे थे। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि कारीगरों को नए औजारों और तकनीकों का प्रशिक्षण भी देती है ताकि वे आधुनिक समय की आवश्यकताओं के अनुसार अपने व्यवसाय को उन्नत कर सकें।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के प्रमुख लाभ
- इस योजना के तहत 7 दिनों की निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान की जाती है, जिसमें कारीगरों को अपने व्यवसाय में आवश्यक कौशल सिखाए जाते हैं। साथ ही, उन्हें प्रतिदिन ₹500 की सहायता दी जाती है।
- इस योजना में कारीगरों को अपने व्यवसाय को उन्नत करने के लिए ₹15,000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिसे वे नए औजार और उपकरण खरीदने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
- इस योजना के अंतर्गत कारीगरों को बिना किसी गारंटी के लोन दिया जाता है। पहले चरण में ₹1 लाख तक का लोन उपलब्ध है, और बाद में व्यवसाय को बढ़ाने के लिए ₹3 लाख तक का लोन भी प्राप्त किया जा सकता है।
- इस योजना में विभिन्न सरकारी संस्थानों के माध्यम से कारीगरों को कम ब्याज दरों पर लोन भी दिया जाएगा, जिससे उन्हें वित्तीय सुरक्षा मिल सके।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में पात्रता
- लाभार्थी 18 वर्ष से अधिक आयु के होने चाहिए।
- कारीगर या हस्तशिल्पी होना आवश्यक है, जो पारंपरिक व्यवसाय में लगे हुए हैं।
- किसी भी अन्य सरकारी योजना से लाभ प्राप्त नहीं कर रहे हों।
इसके अलावा, योजना के तहत परिवार के केवल एक सदस्य को लाभान्वित किया जा सकता है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि सरकारी कर्मचारी इस योजना के पात्र नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का कार्यान्वयन
इस योजना का कार्यान्वयन राज्य और केंद्र सरकार द्वारा मिलकर किया जाएगा। योजना के तहत लाभार्थियों को उनके व्यवसाय को सशक्त करने के लिए वित्तीय सहायता, कौशल विकास प्रशिक्षण, और आधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा। इसके साथ ही, कारीगरों को उनके व्यवसाय के लिए औजार और उपकरण खरीदने के लिए आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना आवेदन प्रक्रिया
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन के लिए, सरकार ने एक विशेष पोर्टल लॉन्च किया है, जहां कारीगर अपनी जानकारी भरकर योजना के लिए पंजीकरण कर सकते हैं। आवेदन के बाद, पात्र लाभार्थियों की सूची तैयार की जाएगी, और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण और सहायता प्रदान की जाएगी।