प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, सरकार ने 24 फरवरी 2025 को 19वीं किस्त जारी की है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के भागलपुर से देशभर के 9.8 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से ₹22,000 करोड़ से अधिक की राशि हस्तांतरित की। इसमें 2.41 करोड़ महिला लाभार्थी भी शामिल हैं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं पीएम-किसान योजना के तहत पात्र किसानों को प्रति वर्ष ₹6,000 की आर्थिक सहायता तीन समान किस्तों में ट्रांसफर की जाती है, जिसमें प्रत्येक किस्त में ₹2000 की राशि जारी की जाती है। ये किस्तें चार-चार महीने के अंतराल पर सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती हैं। 19वीं किस्त जारी होने के बाद, अब किसान 20वीं किस्त की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो कि योजना के अनुसार जून 2025 में जारी होने की संभावना है।
पीएम-किसान योजना
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की शुरुआत फरवरी 2019 में केंद्र सरकार द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य भूमि धारक किसानों की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना है। इस योजना के माध्यम से किसानों को कृषि संबंधित आवश्यकताओं के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिससे वे उचित फसल उत्पादन सुनिश्चित कर सकें और उन्हें साहूकारों के चंगुल से बचाया जा सके। अब तक, इस योजना के तहत 18 किस्तों में ₹3.46 लाख करोड़ से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है।
20वीं किस्त: संभावित तिथि और तैयारी
19वीं किस्त फरवरी 2025 में जारी की गई है, इसलिए योजना के अनुसार 20वीं किस्त जून 2025 में जारी होने की संभावना है। हालांकि, सटीक तिथि की घोषणा सरकार द्वारा बाद में की जाएगी। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी पात्रता सुनिश्चित करें और आवश्यक दस्तावेजों को समय पर अपडेट करें ताकि अगली किस्त का लाभ बिना किसी बाधा के प्राप्त हो सके।
ई-केवाईसी: एक आवश्यक प्रक्रिया
पीएम-किसान योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक-नो योर कस्टमर) प्रक्रिया अनिवार्य है। किसान निम्नलिखित तरीकों से ई-केवाईसी पूरी कर सकते हैं:
- ओटीपी आधारित ई-केवाईसी: आधार से जुड़े मोबाइल नंबर का उपयोग करके पीएम-किसान पोर्टल पर यह प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
- बायोमेट्रिक आधारित ई-केवाईसी: नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से ई-केवाईसी की जा सकती है।
- चेहरे के माध्यम से ई-केवाईसी: पीएम-किसान मोबाइल ऐप के “फेस ऑथेंटिकेशन फीचर” का उपयोग करके किसान अपने चेहरे की स्कैनिंग के माध्यम से ई-केवाईसी कर सकते हैं, जिसमें ओटीपी या फिंगरप्रिंट की आवश्यकता नहीं होती।
लाभार्थी स्थिति की जांच कैसे करें
- पीएम-किसान पोर्टल https://pmkisan.gov.in/ पर जाएं।
- उसके बाद Beneficiary Status के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अपना पंजीकरण संख्या दर्ज करें। यदि पंजीकरण संख्या ज्ञात नहीं है, तो आधार संख्या या मोबाइल नंबर का उपयोग करके इसे प्राप्त किया जा सकता है।
- कैप्चा कोड दर्ज करें और अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त करें।
- ओटीपी दर्ज करने के बाद, आप अपनी भुगतान स्थिति देख सकते हैं।