झारखंड राज्य में महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा मैया सम्मान योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़े वर्ग की महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक लाभार्थी महिला को प्रति माह ₹1000 की सहायता राशि दी जा रही है। इस लेख में हम मैया सम्मान योजना के नियमों, पात्रता और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
मैया सम्मान योजना का उद्देश्य
मैया सम्मान योजना का मुख्य उद्देश्य झारखंड की गरीब और पिछड़ी वर्ग की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना उन महिलाओं के लिए बनाई गई है जो अपनी आजीविका के लिए संघर्ष कर रही हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रही हैं।
योजना के तहत दी जाने वाली राशि
सरकार ने इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रति माह ₹1000 की सहायता राशि देने का निर्णय लिया है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 53 लाख से अधिक महिलाओं को लाभ मिला है और यह संख्या जल्द ही 57 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है। हाल ही में, सरकार ने घोषणा की है कि चौथी किस्त छठ पूजा से पहले प्रदान की जाएगी।
नए नियम और पात्रता
हाल ही में मैया सम्मान योजना में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन नियमों को जानना सभी महिलाओं के लिए आवश्यक है जो इस योजना के तहत लाभ उठाना चाहती हैं:
- आवेदक महिला का झारखंड राज्य का मूल निवासी होना अनिवार्य है।
- योजना का लाभ केवल 18 से 50 वर्ष के बीच की महिलाओं को दिया जाएगा।
- आवेदक महिला का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना जरूरी किया गया है।
- आवेदक के परिवार की वार्षिक आय 2 लाख 50 हजार से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आवेदन करने वाली महिला को राशन कार्ड धारक होना चाहिए।
- इस योजना के तहत लाभार्थी महिला या उसकी परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं होनी चाहिए, और परिवार में कोई आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
- यदि किसी महिला ने गलत जानकारी देकर आवेदन किया है, तो उसकी आवेदन को अस्वीकृत कर दिया जाएगा।
योजना का लाभ कैसे उठाएं?
- सबसे पहले आपको मैया सम्मान योजना के लिए आवेदन पत्र भरना होगा। यह आवेदन पत्र स्थानीय कार्यालयों या ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
- आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, बैंक विवरण, और आय प्रमाण पत्र संलग्न करें।
- सभी दस्तावेज़ों के साथ आवेदन पत्र को सबमिट करें।
- यदि आपका आवेदन स्वीकृत होता है, तो आपको चौथी किस्त का इंतजार करना होगा, जो कि छठ पूजा से पहले वितरित की जाएगी।