झारखंड सरकार की ‘मैया सम्मान योजना’ राज्य की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के तहत, पात्र महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे वे अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकें और आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें।
मैया सम्मान योजना का उद्देश्य और लाभ
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। शुरुआत में, योजना के तहत प्रत्येक महिला को ₹1,000 प्रति माह की सहायता दी जाती थी, जिसे बाद में बढ़ाकर ₹2,500 कर दिया गया। इससे महिलाओं को अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद मिल रही है।
पिछली किस्तों का वितरण
अब तक, योजना की पांच किस्तें जारी की जा चुकी हैं। प्रत्येक किस्त त्योहारों के अवसर पर जारी की गई, जिससे महिलाओं को विशेष लाभ मिला। उदाहरण के लिए, चौथी किस्त 12 नवंबर 2024 को जारी की गई थी। इन किस्तों के माध्यम से, लाखों महिलाओं को वित्तीय सहायता मिली, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार हुआ।
छठी और सातवीं किस्त का वितरण
जनवरी 2025 में, छठी किस्त का वितरण नहीं हो पाया था, जिससे लाभार्थी महिलाओं में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। हालांकि, अब सरकार ने एक साथ छठी और सातवीं किस्तों का भुगतान करने का निर्णय लिया है। सूत्रों के अनुसार, 10 से 12 फरवरी 2025 के बीच, सभी पात्र महिलाओं के बैंक खातों में ₹5,000 की राशि ट्रांसफर की जाएगी। इस निर्णय से महिलाओं को राहत मिलेगी और वे अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकेंगी।
मैया सम्मान योजना आवेदन और पात्रता
मैय्या सम्मान योजना का लाभ उठाने के लिए, महिला आवेदक को झारखंड राज्य की स्थायी निवासी होना चाहिए और उसकी आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक (आधार लिंक होना चाहिए), पैन कार्ड (यदि उपलब्ध हो), राशन कार्ड, मोबाइल नंबर, वोटर आईडी कार्ड, रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो, जन्मतिथि प्रमाणपत्र और पात्रता संबंधी घोषणा पत्र शामिल हैं।
मैया सम्मान योजना आवेदन प्रक्रिया
आवेदन के लिए, महिला आवेदक को स्थानीय पंचायत कार्यालय या संबंधित विभाग में संपर्क करना होगा। यहां, उन्हें आवेदन फॉर्म मिलेगा, जिसे भरकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा। सत्यापन प्रक्रिया के बाद, पात्र महिलाओं को योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।