एलआईसी (Life Insurance Corporation) द्वारा एक नई योजना “बीमा सखी योजना” की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य राज्य की महिलाओं को रोजगार प्रदान करना और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। यह योजना खासतौर पर उन महिलाओं के लिए बनाई गई है जो हरियाणा की स्थायी निवासी हैं और जो बीमा क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखती हैं।
LIC Bima Sakhi Yojana के प्रमुख लाभ
एलआईसी बीमा सखी योजना के तहत, योग्य महिलाएं बीमा एजेंट के रूप में काम करेंगी और उन्हें हर महीने एक निश्चित राशि के रूप में आय प्राप्त होगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को रोजगार प्रदान करना है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। इसके तहत महिलाएं एलआईसी की पॉलिसी बेचने और ग्राहकों को सेवा प्रदान करने का कार्य करेंगी, और इसके बदले में उन्हें हर महीने 7000 रुपये तक की राशि प्राप्त हो सकती है।
LIC Bima Sakhi Yojana के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ केवल हरियाणा राज्य की स्थायी निवासी महिलाओं को ही मिलेगा। इसके अलावा, कुछ अन्य महत्वपूर्ण पात्रता शर्तें हैं:
- एलआईसी बीमा सखी योजना के लिए महिला की कम से कम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष होनी चाहिए|
- आवेदक महिला के पास 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा में उत्तीर्ण प्रमाणपत्र होना चाहिए।
- सरकारी कार्य में कार्यरत परिवार एलआईसी बीमा सखी योजना का लाभ नहीं ले सकता|
- महिला के पास आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, और बैंक पासबुक जैसे आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए।
LIC Bima Sakhi Yojana आवश्यक दस्तावेज
LIC Bima Sakhi Yojana के तहत आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- 10वीं और 12वीं कक्षा की मार्कशीट
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- बैंक पासबुक
LIC Bima Sakhi Yojana आवेदन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले LIC Bima Sakhi Yojana ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।
- वहां पर आपको एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म मिलेगा, जिसमें अपना व्यक्तिगत विवरण भरना होगा।
- आवेदन पत्र में आपको अपनी आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी।
- कुछ मामलों में आवेदन शुल्क भी लिया जा सकता है, जिसे आपको ऑनलाइन माध्यम से भरना होगा।
- आवेदन प्रक्रिया के बाद, योग्य उम्मीदवारों को एक साक्षात्कार प्रक्रिया से गुजरना होगा।
- साक्षात्कार में सफल होने पर उम्मीदवारों को एलआईसी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके बाद वे बीमा सखी के रूप में काम करने के योग्य होंगे।