महाराष्ट्र सरकार की लाड़की बहिन योजना का उद्देश्य राज्य की गरीब और असहाय महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत राज्य की उन महिलाओं को हर महीने ₹1500 की वित्तीय मदद दी जाती है, जो योजना में पंजीकरण करवा चुकी हैं। अब, 2024 में इस योजना की छठवीं किस्त के वितरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिससे लाखों महिलाओं को सीधी मदद मिल सकेगी।
लाड़की बहिन योजना का महत्व
महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई यह योजना गरीब महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने का एक प्रयास है। खासतौर पर उन महिलाओं के लिए यह योजना अत्यधिक लाभकारी है, जो गरीबी के कारण शिक्षा, स्वास्थ्य, या अन्य बुनियादी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पातीं। योजना के तहत हर महीने ₹1500 की राशि सीधे महिलाओं के बैंक खातों में भेजी जाती है, जो उनके परिवार के खर्चों को पूरा करने में मदद करती है।
लाड़की बहिन योजना की छठवीं किस्त का वितरण
महाराष्ट्र सरकार ने पहले ही घोषणा की थी कि विधानसभा चुनावों के बाद लाड़की बहिन योजना की छठवीं किस्त का वितरण किया जाएगा। अब, दिसंबर के पहले सप्ताह में यह किस्त महिलाओं के खातों में ट्रांसफर की जा सकती है। यह किस्त उन महिलाओं के लिए एक अहम वित्तीय सहायता होगी, जिन्होंने योजना में पंजीकरण कराया है और जिनकी पात्रता पूरी होती है।
लाड़की बहिन योजना की पात्रता
लाड़की बहिन योजना के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए महिलाओं को कुछ पात्रता मानदंडों का पालन करना होता है:
- महाराष्ट्र राज्य की निवासी महिलाओं के लिए यह योजना है।
- केवल वे महिलाएं पात्र हैं, जिनकी आयु 21 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम है।
- उन महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है, जिनके परिवार में कोई भी कमाने वाला सदस्य नहीं है।
- योजना के लिए आवेदन करने वाली महिला का आर्थिक स्थिति कमजोर होना चाहिए।
किस्त वितरण की प्रक्रिया
राज्य सरकार के द्वारा इस योजना की किस्तों को सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। जिन महिलाओं के बैंक खाते में DBT सुविधा नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द अपने बैंक खाते को अपडेट कराना होगा, ताकि उनकी किस्त में कोई समस्या न हो।
किस्त का स्थिति कैसे चेक करें?
लाड़की बहिन योजना की छठवीं किस्त प्राप्त करने के बाद, लाभार्थी महिलाओं को अपने भुगतान की स्थिति चेक करनी होती है। इसके लिए उन्हें योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी पंजीकरण जानकारी और आधार नंबर डालकर स्टेटस चेक करना होता है। इससे वे जान सकती हैं कि उनकी किस्त ट्रांसफर की गई है या नहीं।