हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई “हर घर गृहिणी योजना” का उद्देश्य राज्य की गरीब और कमजोर वर्ग की महिलाओं को राहत प्रदान करना है। इस योजना के तहत पात्र परिवारों को केवल 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा, जो विशेष रूप से उन परिवारों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जो घरेलू गैस की बढ़ती कीमतों से जूझ रहे हैं। यह योजना अगस्त 2024 में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा शुरू की गई थी और इसका लक्ष्य महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना है।
हर घर गृहिणी योजना का उद्देश्य
हर घर गृहिणी योजना का मुख्य उद्देश्य घरेलू गैस की बढ़ती कीमतों से महिलाओं को राहत प्रदान करना है। इसका लाभ विशेष रूप से उन महिलाओं को मिलेगा जो गरीबी रेखा से नीचे (BPL) आती हैं और जिनके पास अंत्योदय राशन कार्ड है। इस योजना के तहत महिलाओं को साल में 12 सिलेंडर तक का लाभ मिलेगा। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जिससे वे अपने घर के कामों में आसानी से गैस का उपयोग कर सकें।
हर घर गृहिणी योजना पात्रता और लाभ
इस योजना के तहत पात्रता के लिए निम्नलिखित शर्तें आवश्यक हैं:
- स्थायी निवासी: लाभ पाने के लिए आवेदनकर्ता को हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आय: वार्षिक घरेलू आय 1.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- राशन कार्ड: आवेदनकर्ता के पास अंत्योदय राशन कार्ड होना चाहिए।
- गैस कनेक्शन: महिला के पास एक वैध घरेलू एलपीजी गैस कनेक्शन होना चाहिए।
हर घर गृहिणी योजना आवेदन प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र महिलाओं को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित है:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, हर घर गृहिणी योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- पंजीकरण करें: पंजीकरण के लिए अपने परिवार पहचान पत्र (PPP) नंबर को दर्ज करें और अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP के माध्यम से इसे सत्यापित करें।
- जानकारी भरें: मांगी गई सभी जानकारी को भरकर सबमिट करें।
हर घर गृहिणी योजना योजना का प्रभाव
यह योजना हरियाणा सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य महिलाओं के जीवन को आसान बनाना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। सरकार ने इस योजना के लिए 1500 करोड़ रुपये का बजट रखा है, जो यह दर्शाता है कि यह एक बड़ी पहल है। इस योजना से लगभग 50 लाख गरीब परिवारों को लाभ मिलेगा, जिससे उनकी रसोई के खर्चों में भारी कमी आएगी और वे बेहतर स्वास्थ्य और स्वच्छता के साथ जीवन व्यतीत कर सकेंगे।