बिहार सरकार द्वारा भूमि सर्वेक्षण का अभियान शुरू किया गया है, ताकि जमीन से जुड़े विवादों को रोका जा सके और रिकार्ड्स को अपडेट किया जा सके। अगर आप भी बिहार राज्य के निवासी हैं और अपनी जमीन का सर्वे करवाना चाहते हैं, तो इस लेख में दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि बिहार जमीन सर्वे फॉर्म कैसे भरा जाता है और इसके लिए क्या जरूरी दस्तावेज़ हैं।
बिहार जमीन सर्वे क्या है?
बिहार जमीन सर्वे एक सरकारी प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य राज्य में भूमि का सटीक रिकार्ड तैयार करना है। इससे न केवल जमीन के मालिकाना हक से जुड़े विवादों का निपटारा किया जा सकता है, बल्कि भविष्य में जमीन से जुड़े विवादों की संभावनाएं भी कम हो जाती हैं। इस सर्वे के माध्यम से हर व्यक्ति की जमीन की सही माप और रिकॉर्ड तैयार किए जाते हैं, जिससे सरकारी योजनाओं का सही तरीके से लाभ मिल सके।
बिहार भूमि सर्वे के लाभ
- इस सर्वे से पुराने और गलत रिकार्ड्स को सही किया जाता है और उन्हें डिजिटल रूप में अपडेट किया जाता है।
- भूमि मालिक अपने जमीन के सही मापदंडों का पता लगा सकते हैं और इसके जरिए विवादों से बच सकते हैं।
- भूमि सर्वे के जरिए किसानों और जमीन मालिकों को कृषि योजनाओं का फायदा मिलता है।
- इससे कृषि और अन्य विकास कार्यों के लिए भूमि का सही तरीके से उपयोग किया जा सकता है।
बिहार जमीन सर्वे फॉर्म आवश्यक दस्तावेज
- रजिस्ट्री संबंधित दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- खतियान और खसरा नकल
- जमाबंदी प्रमाण
- मालगुजारी रसीद
बिहार जमीन सर्वे फॉर्म कैसे भरें?
- सबसे पहले बिहार भूमि सर्वे के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं।
- आपको पोर्टल पर एक अकाउंट बनाना होगा। यदि पहले से अकाउंट है, तो लॉगिन करें।
- होमपेज पर ‘भूमि सर्वेक्षण एप्लिकेशन फॉर्म’ का लिंक खोजें और उस पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा, जिसमें आपको अपने व्यक्तिगत और जमीन से जुड़े विवरण भरने होंगे।
- जो भी जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, जमीन रसीद, खतियान की नकल आदि मांगे गए हैं, उन्हें स्कैन करके अपलोड करें।
- जब सारी जानकारी भर जाए और दस्तावेज अपलोड हो जाएं, तो फॉर्म को अंतिम रूप से जमा कर दें।
- फॉर्म जमा करने के बाद आप अपने आवेदन की स्थिति भी ट्रैक कर सकते हैं। इसके लिए पोर्टल पर लॉगिन करके ‘एप्लिकेशन स्टेटस’ का विकल्प चुनें।
फॉर्म भरने के बाद की प्रक्रिया
फॉर्म जमा करने के बाद, संबंधित अधिकारी आपकी जानकारी की जांच करेंगे और अगर कोई कमी पाई जाती है तो आपसे संपर्क करेंगे। एक बार फॉर्म सत्यापित हो जाने के बाद, सर्वे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसमें आपके जमीन का मुआयना किया जाएगा।