महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘लाड़की बहिन योजना’ राज्य की गरीब परिवारों की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹1500 की राशि दी जाती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार का भरण-पोषण सुचारू रूप से कर सकें। अब तक, सरकार ने जुलाई 2024 से जनवरी 2025 तक कुल सात किस्तों के माध्यम से ₹10,500 की राशि महिलाओं के बैंक खातों में जमा की है।
आठवीं और नौवीं किस्त का इंतजार
फरवरी महीना समाप्त हो चुका है, लेकिन कई महिलाओं के बैंक खातों में इस योजना की आठवीं किस्त जमा नहीं हुई है। इससे महिलाएं चिंतित हैं और फरवरी और मार्च महीने की किस्तों का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। इसी बीच, महिलाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। सरकार ने घोषणा की है कि फरवरी और मार्च महीने की किस्तों को मिलाकर ₹3000 की राशि 8 मार्च 2025 को महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के बैंक खातों में जमा की जाएगी।
स्वीकृत आवेदनों की जांच प्रक्रिया
सरकार ने पाया है कि कई महिलाएं इस योजना के नियमों का उल्लंघन करके लाभ प्राप्त कर रही हैं। इसलिए, स्वीकृत आवेदनों की जांच प्रक्रिया शुरू की गई है। जांच के दौरान, 5 लाख से अधिक महिलाएं अपात्र पाई गई हैं, और संभावना है कि कुल 9 लाख से अधिक महिलाएं इस योजना से बाहर हो सकती हैं। इस जांच प्रक्रिया के कारण, कई पात्र महिलाओं के बैंक खातों में आठवीं किस्त का पैसा जमा नहीं किया गया था।
भविष्य में राशि वृद्धि की संभावना
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान, महायुति सरकार ने वादा किया था कि यदि वे सत्ता में वापस आते हैं, तो इस योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाली राशि ₹1500 से बढ़ाकर ₹2100 प्रति माह की जाएगी। चुनाव के बाद, सरकार ने दिसंबर 2024 और जनवरी 2025 की किस्तों में महिलाओं को ₹1500 ही दिए। हालांकि, नई जानकारी के अनुसार, सरकार नए वित्तीय वर्ष में इस योजना की राशि बढ़ाने पर विचार कर रही है, और मार्च 2025 के बाद महिलाओं को ₹2100 प्रति माह मिलने की संभावना है।
महिला दिवस पर विशेष पहल
महिला दिवस के अवसर पर, सरकार ने महिलाओं को सम्मानित करने और उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए फरवरी और मार्च महीने की संयुक्त किस्त जारी करने का निर्णय लिया है। यह कदम महिलाओं के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करता है।
योजना का उद्देश्य और लाभ
‘लाड़की बहिन योजना’ का मुख्य उद्देश्य राज्य की गरीब परिवारों की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें और आर्थिक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। इस योजना से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलती है, जिससे वे समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें।
आवेदन प्रक्रिया और पात्रता
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 जुलाई 2024 से 15 अक्टूबर 2024 तक चली थी, जिसमें सरकार को लगभग 3 करोड़ आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 2 करोड़ 47 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया गया है। पात्रता के लिए महिलाओं को कुछ मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है, जैसे कि परिवार की आर्थिक स्थिति, परिवार में चार पहिया वाहन का न होना आदि।
महिलाओं की प्रतिक्रिया
इस योजना से लाभान्वित होने वाली महिलाओं ने सरकार के इस कदम की सराहना की है। उनका कहना है कि इस आर्थिक सहायता से उन्हें अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है, और वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। आठवीं और नौवीं किस्त के संयुक्त रूप से जारी होने की खबर से महिलाओं में खुशी की लहर है, और वे सरकार के इस निर्णय के लिए आभारी हैं।