प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को मिल रही वित्तीय सहायता की 19वीं किस्त के लिए केवाईसी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस प्रक्रिया के तहत, पंजीकृत किसानों को अपने रिकॉर्ड को आधार कार्ड से लिंक कराना अनिवार्य किया गया है। जिन किसानों ने अपनी केवाईसी अपडेट नहीं करवाई, उन्हें आगामी किस्त का लाभ नहीं मिलेगा।
सरकार ने यह कदम सुनिश्चित किया है कि योजना के लाभार्थी किसान योग्य और सही पहचान वाले हों। इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए अब किसान इसे ऑनलाइन भी अपडेट कर सकते हैं, जिससे उन्हें किसी कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। इसके अलावा, यह प्रक्रिया केवल मोबाइल फोन या कंप्यूटर से की जा सकती है, जिससे किसानों को समय की बचत होगी और वे घर बैठे ही इसे पूरा कर सकेंगे।
पीएम किसान केवाईसी की प्रक्रिया
किसान अपने हल्का पटवारी, ग्राम पंचायत कार्यालय, या नजदीकी कंप्यूटर केंद्र पर जाकर अपनी केवाईसी करवा सकते हैं। इसके अलावा, जो किसान स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं, वे अपनी केवाईसी ऑनलाइन कर सकते हैं। सरकार ने इसे और अधिक सुलभ बनाने के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है।
इसमें किसानों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, आधार नंबर, और अन्य जरूरी दस्तावेजों को अपलोड करना होगा। यदि किसानों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है, तो वे अपने नजदीकी कियोस्क केंद्र पर जाकर भी इस प्रक्रिया को पूरा करवा सकते हैं। इसके लिए कुछ मामूली शुल्क लिया जा सकता है, जो कि केंद्र के अनुसार ₹50 तक हो सकता है।
क्यों जरूरी है केवाईसी अपडेट?
केवाईसी का मुख्य उद्देश्य किसानों के रिकॉर्ड को सही ढंग से आधार से लिंक करना है। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल पात्र किसान ही योजना का लाभ उठा सकें। साथ ही, यह प्रक्रिया धोखाधड़ी को भी कम करने में मदद करेगी। किसानों की सही जानकारी सरकार के पास होगी, जिससे योजनाओं के लाभ का वितरण पारदर्शी तरीके से किया जा सकेगा।
केवाईसी के जरिए ही किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत दी जाने वाली राशि के बारे में सही जानकारी प्राप्त होती है। अगर केवाईसी अपडेट नहीं होती, तो किसान आगामी किस्तों का लाभ नहीं उठा पाएंगे, जो कि किसी भी किसान के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
पीएम किसान योजना के फायदे
पीएम किसान योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6000 की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह राशि 3 किस्तों में किसानों के बैंक खातों में जमा की जाती है। केवाईसी प्रक्रिया के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल वही किसान इस योजना का लाभ उठाएं जो इसके लिए पात्र हैं।
इसके अलावा, केवाईसी करने से किसानों को कई अन्य लाभ भी मिल सकते हैं। जैसे कि सही समय पर किस्त का भुगतान और सरकारी योजनाओं का फायदा। किसान जो समय पर अपनी केवाईसी करवा लेते हैं, वे अगली किस्त का लाभ बिना किसी अड़चन के प्राप्त कर सकते हैं।
कैसे करें पीएम किसान केवाईसी
- किसान अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल करके अपनी केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करना होगा। फिर, ‘केवाईसी’ विकल्प पर क्लिक करके संबंधित जानकारी भरनी होगी।
- यदि किसान इंटरनेट का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, तो वे अपने नजदीकी कंप्यूटर सेंटर या हल्का पटवारी के पास जाकर केवाईसी करवा सकते हैं।
- सरकार ने केवाईसी के लिए कोई विशेष शुल्क निर्धारित नहीं किया है। हालांकि, यदि किसान किसी कंप्यूटर सेंटर या पटवारी से सेवा प्राप्त करते हैं, तो उन्हें ₹50 तक शुल्क देना पड़ सकता है। यह शुल्क अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न हो सकता है।