प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत शिल्पकारों और कारीगरों को अब उनके बैंक खातों में आर्थिक सहायता मिलनी शुरू हो गई है। यह योजना सरकार द्वारा कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कला और शिल्प को बढ़ावा देना और उन लोगों को सशक्त बनाना है जो इन पेशों से जुड़े हैं।
योजना का उद्देश्य और लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य देश के शिल्पकारों और कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना विशेष रूप से उन कारीगरों के लिए है जो पारंपरिक कला और शिल्प में काम करते हैं, जैसे कि बढ़ई, लोहार, दर्जी, जुलाहा आदि। इस योजना के अंतर्गत, सरकार कारीगरों को न केवल वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें टूलकिट खरीदने और व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशिक्षण भी दे रही है।
योजना के तहत, कारीगरों को ₹15,000 तक की राशि दी जा रही है, जिसका उपयोग वे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार टूलकिट खरीदने के लिए कर सकते हैं। साथ ही, प्रशिक्षण के दौरान ₹500 प्रति दिन का भत्ता भी दिया जा रहा है ताकि प्रशिक्षण अवधि में उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनी रहे।
भुगतान जारी और कैसे करें जांच
जिन लोगों ने इस योजना के तहत आवेदन किया था, उनके बैंक खातों में राशि ट्रांसफर की जा रही है। लाभार्थी अपने बैंक खाते की स्थिति जानने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर “Know Your Payment Status” के तहत अपनी जानकारी दर्ज करके भुगतान की स्थिति जांच सकते हैं।
अगर आपने योजना के तहत प्रशिक्षण लिया है, तो आपको प्रशिक्षण के दिनों के आधार पर राशि दी जाएगी। उदाहरण के लिए, यदि आपने 5 दिन का प्रशिक्षण पूरा किया है, तो आपको ₹2500, और 15 दिन का प्रशिक्षण लेने पर ₹7500 तक की राशि मिल सकती है।
प्रशिक्षण और टूलकिट का महत्व
योजना के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को 5 से 15 दिन तक का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य कारीगरों को नए कौशल से सुसज्जित करना और उन्हें अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना है। प्रशिक्षण के दौरान दिए गए भत्ते के अलावा, सरकार कारीगरों को टूलकिट खरीदने के लिए ₹15,000 तक की राशि भी प्रदान कर रही है।
टूलकिट खरीदने की प्रक्रिया
इस योजना के अंतर्गत टूलकिट खरीदने के लिए कारीगरों को सीधे ₹15,000 की सहायता दी जा रही है। टूलकिट खरीदने के लिए राशि उनके बैंक खातों में भेजी जा रही है। इसके अलावा, कारीगरों को यदि व्यवसाय के लिए ऋण की आवश्यकता होती है, तो वे कम ब्याज दरों पर ऋण भी ले सकते हैं, जिससे वे अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ा सकते हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना की मुख्य विशेषताएं:
- ₹15,000 की आर्थिक सहायता: कारीगरों और शिल्पकारों को टूलकिट खरीदने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
- प्रशिक्षण: 5 से 15 दिन तक का प्रशिक्षण, जिसमें ₹500 प्रति दिन का भत्ता दिया जा रहा है।
- टूलकिट का प्रावधान: शिल्पकारों को उनके व्यवसाय के लिए टूलकिट खरीदने के लिए सहायता राशि।
- कम ब्याज पर ऋण: शिल्पकार अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए ऋण ले सकते हैं।
कैसे करें आवेदन और स्थिति जांच
- Official Website पर जाएं और “Know Your Payment Status” पर क्लिक करें।
- खाता संख्या और कैप्चा कोड दर्ज करें।
- ओटीपी प्राप्त करने के बाद, ओटीपी दर्ज करें और पेमेंट स्टेटस जानें।