PM Vishwakarma Yojana: आधुनिक समय में जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ रही है, वैसे-वैसे पारंपरिक कलाएं खत्म हो रही हैं। इन्हीं कलाओं को सपोर्ट करने के लिए भारत सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना को शुरू किया है। इस योजना के माध्यम से सरकार सभी पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को योजना का लाभ देगी।
इस योजना की लाभार्थी लिस्ट में लगभग 18 प्रकार के कारीगरों को चयनित किया गया है, जिनको इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इससे देश के पारंपरिक कल्चर को बढ़ावा मिलेगा, जिससे कारीगरों एवं शिल्पकारों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
PM Vishwakarma Yojana क्या है?
पीएम विश्वकर्मा योजना को सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से सरकार देश के पारंपरिक कारीगरों एवं शिल्पकारों जैसे – लोहार, बढ़ई, मोची, मूर्तिकार, सुनार आदि के उद्योग धंधे को बड़ा बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। जिससे कि कारीगरों को अपने धंधे से संबंधित जानकारी प्राप्त होगी।
इसी के साथ इस प्रशिक्षण के दौरान मार्केटिंग सीखाने की सुविधा की गई है। जिससे कि कारीगर अपने सामान को उच्च स्तर की बाजारों में बेच सकें। इसके लिए सरकार छोटे-छोटे कारीगरों को बड़ा बनाने के लिए प्रयत्नशील है। इसके लिए सरकार कारीगरों को प्रशिक्षण के पश्चात 2,00,000 रुपए तक कम ब्याज दर पर लोन भी प्रदान करेगी।
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कलाओं को प्रोत्साहित करना है, जिससे कि यह लुप्त ना हो और कारीगरों को रोजगार मिल सके। इससे देश में बहुत से रोजगार और स्वरोजगार उत्पन्न होंगे। इसी के साथ इस योजना के माध्यम से सरकार छोटे-छोटे स्तर के कारीगरों को बड़े स्तर पर लाना चाहती है, जिससे कि वह अपने प्रोडक्ट की अच्छे से मार्केटिंग कर पाए।
इससे समाज में पारंपरिक कारीगर और शिल्पकार आसानी से बिना किसी आर्थिक तंगी के अपना जीवन यापन कर सकेंगे। इससे उनकी अच्छी खासी आय में बढ़ोतरी होगी।
पीएम विश्वकर्मा योजना की विशेषताएं
- इस योजना के माध्यम से सरकार पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को लाभ प्रदान करें।
- इसके माध्यम से कारीगरों एवं शिल्पकारों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे कि वह अपनी कला में निपुण हो सकें।
- इस प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक कारीगर एवं शिल्पकार को प्रतिदिन 500 रूपए की धनराशि प्रदान की जाएगी।
- इस प्रशिक्षण के पश्चात कारीगरों को 15,000 रुपए दिए जाएंगे, जिससे कि वह आवश्यक मशीनों को खरीद सकें।
- इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर विश्वकर्मा योजना के लाभार्थी कारीगरों को 2 लाख रुपए तक का लोन मुहैया कराने की सुविधा है।
पीएम विश्वकर्मा योजना हेतु पात्रता
- इस योजना के लाभ हेतु व्यक्ति किसी भी पारंपरिक कला से संबंधित होना चाहिए।
- व्यक्ति भारत का स्थाई नागरिक होना चाहिए
- इसी के साथ व्यक्ति की न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष निश्चित की गई है।
- पीएम विश्वकर्म योजना हेतु व्यक्ति के पास आधार कार्ड होना आवश्यक है।
पीएम विश्वकर्मा योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट
- फोटो
पीएम विश्वकर्मा योजना हेतु आवेदन प्रक्रिया
- पीएम विश्वकर्म योजना हेतु आवेदन करने के लिए सर्वप्रथम आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
- इस वेबसाइट पर आपको कारीगरों से संबंधित कैटेगरी मिलेगी, जिसमें से आपको अपने अनुसार किसी एक को चयन करना है।
- जिससे कि आपके सामने पीएम विश्वकर्मा योजना का आवेदन फार्म खुल जाएगा।
- इस आवेदन फार्म में सभी जानकारी भलीभांति ध्यान पूर्वक भर देनी है। जिसको एक बार अवश्य जांच लें।
- उसके बाद महत्वपूर्ण दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड करना है।
- जिसके पश्चात पीएम विश्वकर्मा योजना के आवेदन फार्म को सबमिट करके आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर देनी है।
- इसके पश्चात आप पीएम विश्वकर्मा योजना से संबंधित आवेदन फार्म का प्रिंटआउट प्राप्त कर सकते हैं।
- जिसके माध्यम से आप किसी भी पीएम विश्वकर्मा योजना के प्रशिक्षण केंद्र पर प्रशिक्षण प्राप्त करना शुरू कर सकते हैं।